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"Health Tips" स्वास्थय रहने के लिए ये 3 टिप्स अपनाओ और जीवनभर सुख पाओ- Tips In Hindi

Health Tips   स्वास्थय रहने  के लिए ये 3 टिप्स अपनाओ और जीवनभर सुख पाओ- Tips In Hindi


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swasth rehne ke liye apnaaye in gharelu upayon ko   

जीने के कुछ ऐसे तौर-तरीके हैं जिनका हम कई पीढ़ियों से पालन करते आ रहे हैं, जैसे  सही समय पर सोना, सही समय पर उठना, सही समय पर खाना ,और सुबह उठकर शौच आदि से निपटना  – उपवास करना, उठने और बैठने के ढंग, और पानी भरकर रखने के लिए तांबे के बर्तनों का प्रयोग..

Health tip 1. तांबे के बर्तन का पानी पीयें

tambe ke  bartan me chupa hai swasth  rahne ka hal -sharir swasth rahne ke upay
tambe ke  bartan me chupa hai swasth  rahne ka hal 


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तांबे के बैक्टीरिया-नाशक गुणों में मेडिकल साईंस बड़ी गहरी रुचि ले रहा है। पिछले कुछ वर्षों में ताम्बे पर कई प्रयोग हुए हैं और वैज्ञानिकों ने यह\खोज निकाला  है कि पानी की अपनी याददाश्त होती है  \ यह हर उस चीज को याद रखता है जिसको यह छूता है। पानी की अपनी स्मरण-शक्ति होने के कारण हमको भी  इस बात पर ध्यान देना है  कि उसको कैसे बर्तन में रखें।अगर आप पानी को रात भर या कम-से-कम चार घंटे तक तांबे के बर्तन में रखें तो यह तांबे के कुछ गुण अपने में समा लेता है।

 सबसे जरुरी तो ये है की सबसे  पहले सही तरह का खाना खाने की आदत डालें, तब उपवास की सोचें। अगर खाने की अपनी इच्छा को आप जबर्दस्ती रोकने की कोशिश करेंगे तो यह आपके शरीर को हानि पहुंचाएगा।
अगर आप पानी को रात भर या कम-से-कम चार घंटे तक तांबे के बर्तन में रखें तो यह तांबे के कुछ गुण अपने में समा लेता है   \

ताम्बे के बर्तन से पानी पिने से  यह पानी खास तौर पर आपके लीवर के लिए और  आपकी सेहत और शक्ति-स्फूर्ति के लिए उत्तम होता है। अगर पानी बड़ी तेजी के साथ पंप  से गुजरकर अनगिनत मोड़ों के चक्कर लगाकर लोहे या प्लास्टिक की पाइप के सहारे आपके घर तक पहुंचता है तो इन सब मोड़ों से रगड़ाते-टकराते गुजरने के कारण उसमें काफ़ी दोष आ जाता है। लेकिन पानी में याद्दाश्त के साथ-साथ अपने मूल रूप में वापस पहुंच पाने की शक्ति भी होती है। अगर आप नल के इस पानी को एक घंटे तक बिना हिलाये-डुलाये रख देते हैं तो दोष अपने-आप खत्म हो जाता है।

Health tip 2. शरीर को नींद नहीं, आराम दें


swasth  rahne ke liye le poori neend -
swasth  rahne ke liye le poori neend 

आप रात को सोते कब है  हमारा मतलब है की आप कितने बजे  सोते  है\ सोना हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरुरी किर्या है \ लेकिन महत्व इस बात का है कि आपको कितने घंटे की नींद की जरूरत है। अकसर कहा जाता है कि दिन में आठ घंटे की नींद लेनी ही चाहिए। आपके शरीर को जिस चीज की जरूरत है, वह नींद नहीं है, वह आराम है। अगर आप पूरे दिन अपने शरीर को आराम दें, अगर आपका काम, आपकी एक्सरसाइज सब कुछ आपके लिए एक आराम की तरह हैं तो अपने आप ही आपकी नींद के घंटे कम हो जाएंगे। लोग हर चीज तनाव में करना चाहते हैं। मैंने देखा है कि लोग पार्क में टहलते वक्त भी तनाव में होते हैं। अब इस तरह का व्यायाम तो आपको फायदे की बजाय नुकसान ही करेगा, क्योंकि आप हर चीज को इस तरह से ले रहे हैं जैसे कोई जंग लड़ रहे हों। आप आराम के साथ क्यों नहीं टहलते? चाहे टहलना हो या जॉगिंग, उसे पूरी मस्ती और आराम के साथ क्यों नहीं कर सकते?

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Health tip 3. दो हफ्ते में एक बार उपवास करें

upwaas karne se bhi rahe swasthy fit-vart karne ke anek laabh hai body ko
upwaas karne se bhi rahe swasthy fit -vart karne ke anek laabh hai body ko


 11 से 14 दिनों में एक दिन ऐसा भी आता है, जब आपका कुछ भी खाने का मन नहीं करता । उस दिन आपको नहीं खाना चाहिए।  जी हाँ आपने सही पढ़ा है\  एकादशी का दिन तय कर लें  । हिंदी महीनों के हिसाब से देखें तो हर 14 दिनों में एक बार एकादशी आती है। इसका मतलब हुआ कि हर 14 दिनों में आप एक दिन बिना खाए रह सकते हैं। अगर आप बिना कुछ खाए रह ही नहीं सकते या आपका कामकाज ऐसा है, जिसके चलते भूखा रहना आपके वश में नहीं और भूखे रहने के लिए जिस साधना की जरूरत होती है, वह भी आपके पास नहीं है, तो आप फलाहार ले सकते हैं। कुल मिलाकर बात इतनी है कि बस अपने सिस्टम के प्रति जागरूक हो जाएं।

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पहले अपने खानपान की आदतों को सुधारें। पहले सही तरह का खाना खाने की आदत डालें, तब उपवास की सोचें। अगर खाने की अपनी इच्छा को आप जबर्दस्ती रोकने की कोशिश करेंगे तो यह आपके शरीर को हानि पहुंचाएगा। यहां एक बात और बहुत महत्वपूर्ण है कि किसी भी हाल में जबर्दस्ती न की जाए। आपको यह जानकार हैरानी होगी कि कुत्ते  के अंदर भी इतनी सजगता होती है। कभी गौर से देखें, किसी खास दिन वे कुछ भी नहीं खाते। दरअसल, अपने सिस्टम के प्रति वे पूरी तरह सजग होते हैं। जिस दिन सिस्टम कहता है कि आज खाना नहीं चाहिए, वह दिन उनके लिए शरीर की सफाई का दिन बन जाता है \और उस दिन वे कुछ भी नहीं खाते। वो तो जानवर है फिर भी इतने सतर्क है अपने स्वास्थय के प्रति तो क्या हम इंसान होकर भी नहीं कर सकते उपवास |

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